बठिंडा से हारेंगी हरसिमरत कौर बादल, सभी सीटों पर कांग्रेस सबसे मजबूत पार्टी: अमरिन्दर सिंह राजा वडिंग
पिछले दो वर्षों में हमारी कड़ी मेहनत 4 जून को रंग लाने वाली है: पीपीसीसी प्रमुख
पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अमरिन्दर सिंह राजा वडिंग ने फरीदकोट से कांग्रेस की लोक सभा उम्मीदवार अमरजीत कौर साहोके के चुनावी अभियान का उद्घाटन करने के लिए आज गिद्दड़बाहा में पार्टी के नेताओं और वर्करों के साथ बैठक की।
एकत्रित लोगो को संबोधित करते हुए, पीपीसीसी प्रमुख ने कहा, "गिद्दड़बाहा के लोगों का समर्थन मेरी राजनीतिक यात्रा में महत्वपूर्ण रहा है, जिन्होने मुझे पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के पद तक पहुंचाया है। गिद्दड़बाहा के लोगों के सिद्धांतो ने मेरी उन्नति को आसान बनाया है। जिस कारण में पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी का सबसे युवा अध्यक्ष बन पाया हूं"
पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष ने कहा, "पोस्टर अभियानों से लेकर साथी नेताओं के लिए रैलियों में भागीदारी और ज़मीनी स्तर पर मेरा सक्रियता को लोगों ने देखा है। कांग्रेस पार्टी हर किसी को अवसर देती है, खासकर जो लोग कड़ी मेहनत करते हैं, उन्हें वह खुले मन से स्वीकार करती है। पूरी निष्ठा और दृढ़ सकंलप से कोई भी निश्चित रूप से पार्टी रैंक में ऊपर उठ सकता है।
इसके अलावा, उन्होंने टिप्पणी करते हुए कहा, "हालांकि व्यक्तिगत महत्वाकांक्षाएं कभी-कभी अधूरी रह सकती हैं, लेकिन प्रत्येक नेता के लिए पार्टी के सामूहिक उद्देश्यों के साथ जुड़ना और आगामी चुनावों में उसकी जीत के लिए प्रयास करना अनिवार्य है।"
उपस्थित लोगों का आभार व्यक्त करते हुए, फरीदकोट से कांग्रेस की सांसद उम्मीदवार अमरजीत कौर साहोके ने कहा, "मैं मेरी उम्मीदवारी का समर्थन करने वाले सभी लोगों की दिल से सराहना करती हूं। मुझे यह जिम्मेदारी सौंपने के लिए मैं हाई कमान की आभारी हूं और कांग्रेस की जीत सुनिश्चित करने के लिए पुरजोर प्रयास करने का सकंल्प लेती हूं।" उन्होने कहा कि,"हमारे उचित प्रयास कांग्रेस की जीत मे परिणित होंगे, जो नरेंद्र मोदी के अधिनायकवाद का मुकाबला करने के लिए आवश्यक है।"
पंजाब में कांग्रेस की मजबूत स्थिति पर जोर देते हुए, पीपीसीसी प्रमुख ने कहा, "पंजाब में कांग्रेस की ताकत हमारे कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों के समर्पण का प्रमाण है। ये दिग्गज आगामी चुनावों में हमारी पार्टी के लिए जोरदार जीत पक्की करेंगे।"
नरेंद्र मोदी के शासन को चुनौती देने की अनिवार्यता पर विचार करते हुए, पीपीसीसी प्रमुख ने टिप्पणी की, "यह नरेंद्र मोदी के खिलाफ एक लड़ाई है। भाजपा के सत्ता में वापिस आना हमारे राज्य के पतन का कारण बनेगा। पंजाबियों और पंजाबियत के हितों की रक्षा करना कांग्रेस का दायित्व है।" हमारे राज्य का मूल ढांचा, जो कृषि पर आधारित है, भाजपा की विभाजनकारी राजनीति से खतरे में है। पंजाब अधिनायकवाद के खिलाफ एक कवच के रूप में खड़ा है और हमें मोदी सरकार के सत्ता में वापिस आने के खिलाफ लड़ना चाहिए।"
फरीदकोट से अमरजीत कौर साहोके की उम्मीदवारी के बारे में, पीपीसीसी प्रमुख ने स्पष्ट किया, "श्रीमती अमरजीत कौर साहोके, एक पूर्व सरकारी शिक्षक और प्रतिबद्ध सामाजिक कार्यकर्ता, स्पष्ट नेतृत्व का प्रतीक हैं। कथित तौर पर 'आम' आदमी का समर्थन करते हुए, एक अन्य पार्टी मशहूर हस्तियों को टिकट देती है इसके विपरीत, अमरजीत कौर साहोके जी ने पंजाब की नब्ज को गहराई से समझते हुए जनता के साथ गहरा संबंध बनाया है, हमने अपने उम्मीदवार चयन में क्षेत्रीय प्रतिनिधित्व सुनिश्चित किया है, जिससे एक ऐसे उम्मीदवार को बढ़ावा मिला है जो जमीनी स्तर पर जुड़ाव का प्रतीक है।
पीपीसीसी प्रमुख ने जोर देकर कहा, "महिलाओं के प्रतिनिधित्व और सशक्तिकरण के लिए कांग्रेस पार्टी की दीर्घकालिक प्रतिबद्धता है। आवंटित आठ टिकटों में से दो महिला उम्मीदवारों के लिए नामित किए गए हैं। हम हमारे समाज में महिलाओं द्वारा निभाई जाने वाली महत्वपूर्ण भूमिका को पहचानते हैं और उनकी न्याय संगतता को प्राथमिकता देते हैं।" इसलिए हमारे घोषणा पत्र में महिलाओं की विशिष्ट आवश्यकताओं को ध्यान में रखा गया है, जिसमें आर्थिक रूप से वंचित पृष्ठभूमि की महिलाओं को प्रति वर्ष 1 लाख रुपये प्रदान करने की गारंटी भी शामिल है। हम सरकारी पदों पर महिलाओं के लिए 50% आरक्षण लागू करने का संकल्प लेते हैं। कामकाजी महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उनके लिए छात्रावासों के प्रावधान को दोगुना करेंगे और हमारे देश भर में महिलाओं की समृद्धि बढ़ावा देने के लिए अन्य उपाय भी लागू करेगे।"
अपने संबोधन को समाप्त करते हुए, पीपीसीसी प्रमुख ने रेखांकित किया, "कांग्रेस भाजपा के खिलाफ अकेली ढाल के रूप में खड़ी है, और इसलिए सभी 13 सीटों पर जीत हासिल करना जरूरी है। 2-3 AAPसांसदों का प्रभाव नगण्य होगा और शिरोमणि अकाली दल एक धूमिल चुनावी संभावना का सामना कर रहा है। मैं विश्वास के साथ कहता हूं कि हरसिमरत कौर बादल बठिंडा में हार जाएंगी। केवल कांग्रेस ही पंजाब और उसकी जनता के हित की वकालत कर सकती है। पंजाब की आवाज़ संसद में गूंजे, इसके लिए कांग्रेस की शानदार जीत की आवश्यकता है।"