दिल्ली पुलिस ने सिद्धू मुसेवाला हत्याकांड में शामिल दो शूटरों को गिरफतार करने का दावा किया है. दिल्ली पुलिस के स्पेशल सीपी एचजीएस धालीवाल ने बताया कि हत्याकांड में की लोगों की गिरफतारी हुई है। इसमें 6 शूटरों की पहचान हुई थी, इसमें 2 शूटरों प्रियव्रत फौजी, कशिश के आलावा इनके साथी केशव को गिरफतार किया है.
प्रियव्रत फौजी इन शूटरों का सरगना था. सभी 6 शूटरों ने मुसेवाला पर फायरिंग की। हत्याकांड में एके 47 व मल्टीपल वेपन का इस्तेमाल किया। इनके पास हैंड ग्रेनेड भी था जो की यह इस्तेमाल क्र सकते थे. यह दो अलग अलग कारों में अलग अलग शूटरों के मॉड्यूल थे जो की दोनों गोल्डी बरार से रिलेटेड थे। एक शूटर मनप्रीत मन्नू ने मुसेवाला पर एके 47 से गोलियां चलाई। शूटरों की गिरफतारी कछ गुजरात से हुई है। दीपक मुंडी, अंकित सिरसा, मनप्रीत मन्नू व जगरूप रूपा की गिरफतारी होनी है. जो की सभी हत्याकांड के शूटर थे। यह कई महीनों से मुसेवाला की रेकी कर रहे थे और पंजाब पुलिस द्वारा पहले से गिरफतार संदीप केकड़ा ने इनकों सुचना दी थी कि मुसेवाला बिना सुरक्षा के निकले है। इस सूचना पर
इन्होंनेेे वारदात को अंजाम दिया। बोलेरो गाड़ी में प्रियव्रत फौजी, कशिश, दीपक मुंडी , व अंकित सिरसा था. कोरोला गाड़ी में से मनप्रीत मन्नू व् जगरूप रूपा थे. उन्होंने सभी ने मुसेवाला पर फायरिंग की थी । पहले मनप्रीत मन्नू ने एके 47 से फायरिंग की। वारदात के बाद मनप्रीत मन्नू व् जगरूप रूपा अलग निकले। बाकि 4 कोरोला गाड़ी में निकले। आगे इन्होने अपनी कोरोला गाड़ी छोड़ दी और केशव इन्हें दूसरी गाड़ी में ले गया. जो की पहले फतेहाबाद पहुंचे।फिर कई ठिकाने बदले गए. इन्होंने हरियाणा से हिसार के विलेज से 8 हैंड ग्रेनेड, ग्रेनेड लांचर, एके 47, डेटोनेटर व् अन्य मारू हथियारों की रिकवरी हुई है. ग्रेनेड इसलिए बैकअप प्लान में रखा यदि एके 47 व् अन्य मारू हथियारों से यदि मुसेवाला की हत्या न होती तो यह हैंड ग्रेनेड का इस्तेमाल करते। जो की एके 47 से भी चलाये जा सकते थे। दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम इन पर तभी से नजर टिकाये हुए थे और इसमें गुजरात के मुद्रा पोर्ट के पास किराये के मकान में पहचान रह रहे थे। और दिल्ली पुलिस स्पेशल टीम ने 2 शूटरों प्रियव्रत फौजी, कशिश के आलावा इनके साथी केशव को गिरफतार किया।